शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

Save Bari Park

    Dear Prime Minister,
This is to inform you that Govt of Jharkhand is carrying out construction work on plot of lands that are Public Open Space/ Green land marked in new Master Plan for Ranchi (refer to the Map below shown as T-3) presently known as Bari Park and Jaipal Singh Stadium which used to be a huge water pond earlier. Raghubar Das Govt in Jharkhand got the Town Hall located at Bari Park demolished and the place earmarked for Rabindra Bhawan was inaugurated by the President. No map/ design has been approved for these Buildings. Ranchi city has very little open space according to the Govt's own documents. Now this will reduce it further. Furthermore, the construction is being carried out without approval of its Plan Map/ design of the buildings. The whole thing is so illegal. Citizens of Ranchi protested and conducted Human chain and candle light demonstration but it did not influence the Govt. I request you to please impress upon the Govt of Jharkhand through its Chief Minister to stop this work.
   
1. पहला कारण तो यही है कि रांची के नए मास्टर प्लान में भी बारी पार्क और जयपाल सिंह स्टेडियम ग्रीनलैंड है। नए मास्टर प्लान के थाना नंबर 199 में यह ज़मीन पड़ती है और यह ग्रीन में दिखाया गया है जहां यह Land Use लिखा है "SPECIAL RECREATIONAL ZONES (DISTRICT PARK / ZOO / BIODIVERSITY / BOTANICAL GARDEN"

T-3 is the land for Jaipal Singh Stadium & Bari Park. This is the Land Use Plan for this plot area. PS-3 in dark blue is for Office purpose which is already the Dist Court, DC Office RRDA, RMC etc on both sides of the Kutchery road
    2. अत्ति प्रमुख प्रश्न यह भी है कि हर शहर की योजना (Town Planning ) करते समय एक स्टैण्डर्ड के आधार पर उस शहर में जन सुविधामनोरंजनखेल कूदजलाशय इत्यादि के लिए कुछ खुली जगह/ज़मीन (Public Open Space/ Green Land) छोड़ी जानी चाहिए। यह पार्कतालाबखेल के मैदान के रूप में होता है।  अन्य शहरों में इसका पालन पुरजोर तरीके से होता है। चंडीगढ़ की तुलना में रांची में ऐसी खुली जगह का अनुपात 10 प्रतिशत है। अगर केंद्रीय पब्लिक सेक्टर जैसे HEC,SAIL ,MECON , CCL, CMPDI की खुली जगहों को घटा दें तो यह शायद दो प्रतिशत भी न बचे। यह दूसरा कारण है कि बारी पार्क और जयपाल सिंह स्टेडियम में किसी तरह का भवन निर्माण नहीं होना चाहिए।    
       
3. रविंद्र भवन जैसी बड़ी मीटिंग या कांफ्रेंस करने वाली भवन में कितनी कारें और दोपहिया वाहन खड़े हो सकते है इसका भी एक स्टैण्डर्ड है। बारी पार्क में बने रविंद्र भवन में इस सुविधा को दे पाना असंभव होगा।  सरकार के सोच में यह कही नहीं है। यह तीसरा  कारण है कि बारी पार्क और जयपाल सिंह स्टेडियम में किसी तरह का भवन निर्माण नहीं होना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
मैं परिवर्त्तन हूँ। जीवन के हर पहलु चाहे वह समाज व्यवस्था हो, अर्थ व्यवस्था हो, शिक्षण हो या ज्ञान विज्ञानं, राजनीति हो, खाद्य सुरक्षा हो या फिर आजीविका सम्बन्धित प्रश्न हो या पर्यावरण या जल प्रबंधन मैं गतिशील रहना चाहता हूँ. लेकिन मुझे परिवर्त्तन वही पसंद है जो क्रांतिकारी और प्रगतिशील हो, आम आदमी के भले के लिए हो और उसके पक्ष में हो, जो कमजोर वर्ग की भलाई के लिए हो जैसे बच्चे, महिलाएं, किसान, मजदूर, आदिवासी इत्यादि। मैं उनलोगों का साथ देता हूँ जो आगे देखू है। पीछे देखू और बगल देखुओं से सख्त नफरत है मुझे। क्या अब आप मेरे साथ चलना चाहेंगे? तो आइये हम आप मिलकर एक तूफ़ान की शक्ल में आगे बढ़ें और गरीबी, अज्ञान के अंधकार और हर प्रकार के अन्याय एवं भ्रष्टाचार जैसे कोढ़ पर पुरजोर हमला करते हुए उसे जड़ से उखाड़ फेंके।