सरकार का इकबाल तो लगभग समाप्त हो गया. जो बचा है वह भ्रष्टाचार, इनकी खूंखार सुरक्षा पुलिस या फौज के जवान और अंधी कानून का जन विरोधी सेक्शन है जिसमे आम जन को प्रताड़ित करने की धमकी होती है. अब समय आ गया है जब आश्वाशनो और संदेशो से काम नहीं चलने वाला. सरकार के भरोसे तो कुछ उम्मीद दिख नहीं रही. अतः हम श्री अन्ना हजारे द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध चलाये जा रहे इस मुहीम का समर्थन करते है. और आप सबसे निवेदन भी की इसका समर्थन करे ताकि इस भारत महान और इसकी जनता को बचाया जा सके.
बुधवार, 13 अप्रैल 2011
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मेरे बारे में
- परिवर्त्तन
- मैं परिवर्त्तन हूँ। जीवन के हर पहलु चाहे वह समाज व्यवस्था हो, अर्थ व्यवस्था हो, शिक्षण हो या ज्ञान विज्ञानं, राजनीति हो, खाद्य सुरक्षा हो या फिर आजीविका सम्बन्धित प्रश्न हो या पर्यावरण या जल प्रबंधन मैं गतिशील रहना चाहता हूँ. लेकिन मुझे परिवर्त्तन वही पसंद है जो क्रांतिकारी और प्रगतिशील हो, आम आदमी के भले के लिए हो और उसके पक्ष में हो, जो कमजोर वर्ग की भलाई के लिए हो जैसे बच्चे, महिलाएं, किसान, मजदूर, आदिवासी इत्यादि। मैं उनलोगों का साथ देता हूँ जो आगे देखू है। पीछे देखू और बगल देखुओं से सख्त नफरत है मुझे। क्या अब आप मेरे साथ चलना चाहेंगे? तो आइये हम आप मिलकर एक तूफ़ान की शक्ल में आगे बढ़ें और गरीबी, अज्ञान के अंधकार और हर प्रकार के अन्याय एवं भ्रष्टाचार जैसे कोढ़ पर पुरजोर हमला करते हुए उसे जड़ से उखाड़ फेंके।
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